भारत का पहला वैश्विक भैरव अष्टमी महोत्सव 15 से 23 नवंबर तक पढ़े पूरी खबर….

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नीमच:- गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की दिशा में अखिल भारतीय बटुक भैरव भक्त मंडल, राष्ट्र संत डॉ. वसंत विजय जी महाराज, जो कि पार्श्वपद्मावती शक्ति पीठ धाम, तमिलनाडु कृष्णगिरि, के पीठाधीश्वर हैं, के नेतृत्व में 15 नवंबर से 23 नवंबर तक नौ दिवसीय भव्य भैरव अष्टमी महोत्सव का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन मध्य प्रदेश के नीमच स्थित दशहरा मैदान में होगा और भक्ति तथा सांस्कृतिक धरोहर का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा।

डॉ. वसंत विजय जी महाराज के अनुसार भैरव अष्टमी पर आयोजित कष्ट हरण महायज्ञ और कथा साधना का विशेष महत्व है। इसका उद्देश्य देश को संभावित आर्थिक संकट और महामारी से बचाना है। यह यज्ञ न केवल देश की सुख- समृद्धि और शांति के लिए किया जाएगा, बल्कि भक्तों के लिए भक्ति और आस्था का प्रकाश भी प्रसारित करेगा। 27 राज्यों और 12 देशों से आने वाले भक्तों की उपस्थिति में इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण 84,000 वर्ग फीट की रंगोली होगी, जो लगभग 2 एकड़ में फैली होगी। यह रंगोली प्रमुख आध्यात्मिक गुरुओं और राष्ट्रीय नायकों के चित्रों से सजी होगी, जो भारत की सामाजिक समरसता, एकता, और आतंकवाद के खिलाफअडिग संकल्प का प्रतीक होगी। यह आयोजन भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगा और 50 से अधिक प्रतिष्ठित विश्व रिकॉर्ड संस्थानों में दर्ज होने का प्रयास करेगा। इस महत्वाकांक्षी पहल का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को उजागर करना और देश की वैश्विक पहचान को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाना है। । इस कार्यक्रम की एक और विशेषता रहेगी, भैरव देव को अर्पित की जाने वाली 2024 प्रकार की दिव्य मिठाइयाँ। पूरे कार्यक्रम के दौरान अष्ट कुंडीय महायज्ञ, कथा, और भक्तों के लिए भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। यज्ञ में 46 विद्वान पंडित हिस्सा लेंगे, जिनमें मुख्य कुंड में 11 पंडित और शेष सात कुंडों में 5-5 पंडित 9 दिन तक निरंतर यज्ञ करेंगे। भक्तजन निरूशुल्क पंजीकरण कर इस आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं।

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