अपनी डाल ना गलते देख विक्रम सीमेंट को बदनाम करने की की जा रही है सोची समझी साजिश पड़े पूरी खबर…
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पूर्व में भी झूठी शिकायत कर विक्रम सीमेंट की छवि और धुनल करने का किया था प्रयास ।
विक्रम सीमेंट वर्क्स (नीमच) – भारत में गणतंत्र दिवस बीते 76 वर्षों से गर्व और हर्षउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस वर्ष भी 26 जनवरी को विक्रम सीमेंट दुर्गा कॉलोनी में भव्य समारोह आयोजित किया गया। पूरे सम्मान और राष्ट्रभक्ति के साथ तिरंगा फहराया गया और श्रमिक संगठनों ने भी इस राष्ट्रीय पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया, आश्चर्य की बात ये है एक शिकायती पत्र में जिसमें की मनगढ़ंत कहानियों बनाकर ये लिखा गया कि अधिकारियों द्वारा गणतंत्र दिवस मनाने से रोका जा रहा है, बल्कि वास्तविकता इससे विपरीत है हकीकत यह है कि कंपनी के जिन अधिकारियों का नाम लिख कर उन्हें बदनाम करने की शादिशा रची रची जा रही है वे तो 26 जनवरी को संयंत्र के सभी कर्मचारियों के साथ पूरे हर्षोल्लास के गणतंत्र दिवस का उत्सव मना गया।
यह कोई पहली बार नही है जब विक्रम सीमेंट की छवि धुनल कर प्यास किया गया हो पिछले कुछ महीनों से असामाजिक तत्वों द्वारा बार-बार विक्रम सीमेंट की छवि को धुनल करने के नए-नए प्रयास किये जा रहे।
लेकिन, इस शुभ अवसर पर भी कुछ स्वार्थी तत्वों ने निजी हित साधने और कंपनी की छवि धूमिल करने की कोशिश की एवं कंपनी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की कोशिश लगातार जारी है। अपनी डाल ना गलते देख कर अब नए-नए तरीकों से विक्रम सीमेंट की छवि धुलन करने का प्रयास किया जा रहा है
स्थिति तब गंभीर हो गई जब यूनियन की आड़ में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कंपनी के अधिकारियों को जान से मारने की धमकी भी दे डाली। इन तत्वों ने अधिकारियों के साथ गाली-गलौज और हाथापाई तक की नौबत आन पड़ी, जिसका एकमात्र कारण था – संयंत्र के नियमों का पालन कराना और अनुशासन बनाए रखना।
और सामाजिक तत्वों की ताकत इतनी बढ़ गई कि उन्होंने संयंत्र में डर का माहौल पैदा करने के लिए श्रमिकों के आने-जाने में बाधा डाली जा रही है, जिससे संयंत्र का सुचारू संचालन प्रभावित हो रहा है। राष्ट्रीय पर्व की आड़ में समाज विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देकर कंपनी की छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।
शरारती तत्वों की लगातार साजिशें
पिछले दो-तीन महीनों से कुछ शरारती तत्व विक्रम सीमेंट वर्क्स को लगातार परेशान कर रहा है यह तक की विक्रम सीमेंट के उपर झूठी शिकायत की जा रही है जब वास्तविकता इसके विपरीत है शरारती तत्व का उनकी निजी स्वार्थ सिद्ध नहीं हो पाती, तो वे नए-नए हथकंडे अपनाकर विक्रम सीमेंट के कर्मचारियों को मानसिक दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
👉 झूठी और निराधार शिकायतें दर्ज करवाई जा रही हैं एवं कंपनी के अधिकारियों के साथ मारपीट की जा रही है।
👉 शिकायतों में उन व्यक्तियों के नाम शामिल किए जा रहे हैं, जिनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
👉 यह केवल मानसिक प्रताड़ना और कार्यस्थल पर अस्थिरता फैलाने की सोची-समझी साजिश की जा रही है।
गणतंत्र दिवस की गरिमा को किया गया आहत
आज जब भारत कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहा है, तब कुछ स्वार्थी लोग विक्रम सीमेंट (अल्ट्राटेक सीमेंट) के खिलाफ मनगढ़ंत आरोप लगाकर अफवाहें फैला रहे हैं। यह वही स्थिति है जब कहा जाता है –
“खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे”,
यानि जब कोई स्वार्थ सिद्ध नहीं होता, तो दूसरों को बदनाम करने की कोशिश की जाती है।
प्रशासन से मांग – कठोर कार्रवाई हो
विक्रम सीमेंट प्रबंधन ने इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन से अनुरोध किया गया है कि –
✅ अवैध और समाज विरोधी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाई जाए।
✅ संयंत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
✅ संयंत्र के शांतिपूर्ण और सुचारू संचालन को बाधित करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
विक्रम सीमेंट की स्पष्ट नीति
विक्रम सीमेंट का “सीमेंट एम्प्लॉयी यूनियन” से कोई संबंध नहीं है और प्रबंधन किसी भी प्रकार के अवैध दबाव में आकर अनुचित मांगों को स्वीकार नहीं करेगा एवं कंपनी की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाले व्यक्तियों पर कंपनी प्रबंधन मानहानि का दावा करने पर विचार कर रही है।
संयंत्र कर्मचारियों से अपील
विक्रम सीमेंट प्रशासन सभी कर्मचारियों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील करता है। यह संयंत्र पिछले 40 वर्षों से देश और समाज की सेवा कर रहा है और भविष्य में भी अपने नैतिक मूल्यों के साथ कार्य करता रहेगा।
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