जावद, नीमच। गुरुवार को माहे रमजान के तीस रोजे पूरे होने के साथ जावद नगर में मुस्लिम समाज द्वारा ईद-उल-फितर हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस दौरान नगर पूरी तरह से बंद रहा। यह क्रम पिछले नौ वर्षों से लगातार जारी है। ईद व शादियों की सीजन के बाद भी नगर पूर्ण रूप से बंद रहा।
इस दौरान पर पुलिस तैनात रही। गुरुवार को ईद पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद में एक साथ नमाज अता की और अमन-शांति की दुआ मांगी। शहर काजी सैयद आदिल रजा साहब के निवास से जुलूस पैदल मार्ग से होता हुआ ईदगाह पहुंचा। ईदगाह में समाजजन ने ईद-उल-फितर की नमाज अता की। बच्चों ने रंग-बिरंगे परिधानों में एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाई भी दी। वहीं समाजजन एक-दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद देकर खुशी का इजहार कर ईद का जश्न मनाते नजर आए।
नगर में एक ओर ईद उल फितर का पर्व मनाया जा रहा था तो दूसरी ओर ऐतिहासिक बंद भी रहा। लोग चाय-नाश्ते सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहे। मुस्लिम समाज की बस्ती और मोहल्लों में त्योहार का उत्साह दिखाई दे रहा था। वहीं दूसरी तरफ नगर में गुरुवार को बंद रहा। होटल, पान की दुकान सहित अन्य कारोबार शत-प्रतिशत बंद रहा। इतना ही नहीं अन्य मूलभूत सुविधाओं की दुकानें भी बंद रहीं।
तीन अप्रैल 2015 से क्रम निरंतर जारी
नगर में तीन अप्रैल 2015 को एक घटना हुई थी। हनुमान जयंती के चल समारोह पर नगर के खुर्रा चौक में कुछ लोगों ने जुलूस पर पथराव कर दिया था। इसी घटना के बाद से वर्ग विशेष के त्योहारों पर नगर बिना किसी आह्वान के शत-प्रतिशत बंद रहता है। विरोध स्वरूप यह क्रम तीन अप्रैल 2015 से निरंतर जारी है।
व्यापार रहा प्रभावित
एक तरफ शादी का सीजन है, दूसरी तरफ नगर बंद रहा। इससे लाखों का व्यापार प्रभावित हुआ है। इस प्रकार बाजार बंद रहने से नगर के बाजार का संपर्क आसपास ग्रामीण क्षेत्रों से टूटता जा रहा है। पूर्व मे सीमावर्ती राजस्थान के ग्रामों से भी ग्राहक नगर में आते थे। ईद को लेकर बाजारों में ग्राहकी भी रहती थी। अब बंद रहने से ग्राहकी पर भी असर हो रहा है। नगर के गणमान्य नागरिकों व व्यापारियों को बाजार खुलवाने के प्रयास करना चाहिए।
पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद
नगर के मुख्य चौराहों पर मस्जिदों के बाहर पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा, ताकि कोई अप्रिय घटना नगर में न हो। एडीएम राजेश शाह, एसडीओपी नीलेश्वरी डावर, टीआइ जीतेंद्र वर्मा सहित प्रशासनिक अधिकारी व पुलिसकर्मी नगर में सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहे।
नगर का यूं बंद रहना अच्छी बात नहीं है। इससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। भाईचारा रखना अति आवश्यक है। नगर के नागरिकों, व्यापारियों से बाजार खोलने को लेकर चर्चा की जाएगी।