नीमच के महांकाल श्री किलेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर उमडेगा भक्तों का सैलाब पढ़े पूरी खबर…

Spread the love

नीमच। तीन दिवसीय मेले की शुरूआत, भोलेनाथ दिव्य और आलोकिक दरबार बना आकर्षण का केंद्र!

नीमच। 24 फरवरी 2025 नीमच के महांकाल के नाम से प्रसिद्ध श्री किलेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि को लेकर उल्लास और उत्साह का माहौल बना हुआ है। शाम ढलते ही मंदिर परिसर में आकर्षक विद्धुत साज सज्जा के साथ ही रंग—बिरंगे फव्वारें भक्तों को प्रफुल्लित कर रहे है। भोलेनाथ का दरबार भी दिव्य व आलोकिक है। चमत्कारिक प्रतिमा के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया है। 25 फरवरी से तीन दिवसीय मेले की शुरूआत होगी। नीमच ही नहीं बल्कि आस—पास के लाखों भक्त महाशिवरात्रि में भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए उमडेंगे।

नीमच रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर करीब 450 साल पुराने चमत्कारिक श्री किलेश्वर महादेव मंदिर की दिव्यता और भव्यता नवरात्रि के दौरान देखने लायक है। मंदिर परिसर में कदम रखते ही भक्तों का सुखद अनुभूति होती है वहीं दूसरी और भोलेनाथ के दर्शन मात्र से ही भक्तों के कष्ट दूर होते है। यहां के भोलेनाथ के भक्त देश के कोने—कोने में है, जो महाशिवरात्रि पर उमडेंगे। महाशिव रात्रि को लेकर मंदिर परिसर से लेकर मंदिर को आकर्षक रूप दे दिया गया है, भक्तों के आने से लेकर जाने की सुगम व्यवस्था, वहीं बगीचे में रंग—बिरंगे मनोहारी फव्वारें भक्तों में नई उर्जा का संचार कर रहे है। 25 फरवरी से तीन दिवसीय मेले की शुरूआत होगी, मेले में खान—पान की स्टॉले, झूले—चकरियां सहित स्टॉले लगेगी। इसके साथ ही तीन दिवसीय लघु रूद्र यज्ञ की शुरूआत होगी। सुबह 9 से 11 और दोपहर 3 से शाम पांच बजे तक तीन दिनों तक यह यज्ञ चलेगा। महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को भक्तों की भीड को लेकर खास इंतजाम किए गए है। सुबह 4 बजे से भक्तों का जलाभिषेक शुरू हो जाएगा, जो दोपहर एक बजे तक चलेगा। शाम सात बजे भगवान भोलेनाथ का राजसी श्रृंगार होगा, जिसमें भोलेनाथ को फूलों से सजाया जाएगा। 56 भोग की महाप्रसादी वितरण भी होगा।

भक्तों के लिए बगीचा बना भक्ति का केंद्र—

शहर के प्रसिद्ध समाजसेवी स्वर्गीय कश्मीरीलाल अरोरा (गंगानगर) की स्मृति में उनके सुपुत्र अशोक अरोरा गंगानगर द्वारा श्री किलेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थित अत्याधुनिक और आकर्षक बगीचें का निर्माण करवाया गया है, जिसमें हरी घास, बैठने के लिए कुसियां, तरह—तरह के पौधे, रंग—बिरंगे फुव्वारें सहित कई सुविधाएं है, यह सुंदर बगीचा भक्तों के लिए भक्ति का केंद्र बन गया है। परिवार सहित भक्त चंद देर के लिए बगीचे में बैठकर भगवान भोलेनाथ की भक्ति में लीन हो जाते है।

साक्षात विराजित है भोलेनाथ—

श्री किलेश्वर महादेव मंदिर में साक्षात भोलेनाथ विराजित है। प्रतिमा इतनी चमत्कारी है कि भक्त कोई भी मन्नत सामने खडे रहकर मांगता है तो उसकी मन्नतें पूरी हो जाती है। सीआरपीएफ परिसर से सटे हुए इस प्राकृतिक सौंदर्य भी देखने लायक है। मंदिर की दिव्यता भक्तों को कोसों दूर से खींचकर ले आती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *