4 माह बीत जाने के बाद भी दोषियों पर नही हो रही कारवाही, आखिर क्या है कारण! पढ़े पूरी खबर…
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जावद। अवेध कॉलोनी को लेकर सी. एम मोहन यादव के सख्त निर्देश है। वही नीमच जिले के कलेक्टर हिमांशु चंद्र भी अवेध कॉलोनी के मामले मे सख्त दिखाई दे रहे है । जिसमे अवैध कॉलोनी में खरीदी बिक्री करने वालों के ऊपर एफ. आई आर की जा रही है। वही नीमच जिले के जावद तहसील मे एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमे पूर्व कलेक्टर दिनेश जैन द्वारा जावद के पूर्व एसडीएम राजेंद्र शाह को अवेध कॉलोनी के 9 दोषियों के ऊपर एफ.आई.आर के आदेश दिये गये थे। जिसे जावद एसडीएम द्वारा जावद जनपद सीईओ आकाश धारवे को एफ आई आर करने के आदेश दिए गए थे समय के साथ अधिकारी बदल गए और आदेश मात्र एक कागज का टुकड़ा बनकर रह गया।
क्या था पूरा मामला
जावद से 4 से 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित नई बावल ग्राम में अवैध कॉलोनी का मामला सामने आया जिसमें कृषि भूमि पर अवैध रूप से कॉलोनी काटने का मामला सामने आया सर्वे क्रमांक नंबर 123/1, 123/4, 129/1, 130,131,132,132/1, 134,135,137,209/5 अवैध कॉलोनी का मामला सामने आया।जिस में जावद के राजनेता वह प्रॉपर्टी ब्रोकर भी शामिल है।जिसमे विजय कुमार पिता हेमनारायण शर्मा निवासी जावद , महेंद्र सिंह पिता यशवंत सिंह राजपूत निवासी जावद , सूचित सोनी नगर परिषद उपाध्यक्ष पिता रमेशचन्द्र सोनी निवासी जावद , पराग पिता भगवानदास पलोड जावद , अभिषेक (भारद्वाज पत्रकार) पिता अशोक शर्मा निवासी जावद , दिनेश कुमार पिता डाडमदास बैरागी निवासी बवाल , रितेश पिता सुंदरलाल गर्ग जावद , जया कुमारी पति कैलाश चंद्र लोहार निवासी जावद , सवैन्द्रसिंह पिता जितेन्द्रसिंह राजपूत ने नियम को ताख मे रखते हुए कॉलोनी कट दी गई।जिसकी शिकायत कलेक्टर महोदय को की गई शिकायत के उपरांत जांच में कलेक्टर महोदय के द्वारा संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने का आदेश पूर्व एस.डी.एम राजेश शाह को दिया गया। एसडीएम शाह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जनपद सीओ अधिकारी आकाश धारवे को अनावेदकगण के विरुध अवैध कालोनी काटने के मामले में एफ.ई.आर दर्ज करने के आदेश जारी किया वह 3 दिन के भीतर एसडीएम राजेश शाह को प्रतिवेदन कर सुनिश्चित करने का आदेश 15-10-24 को दिया।
जनपद सीओ अधिकारी आकाश धारवे मामले की गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए 4 महीने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। ना ही किसी भी प्रकार का प्रकरण या एफ.ई.आर दर्ज कराया गया। इससे साफ जाहिर होता है की राजनेताओं के आगे बोन साबित हो रहे हैं अधिकारी।
एक तरफ कलेक्टर के आदेशों की धज्जिया उड़ाई जा रही है वहीं दूसरी ओर जनपद सीओ अधिकारी आकाश धारवे अनावेदकगणों को बचाते हुए नजर आ रहे है।
आवेदक सुलक्षण बोहरा का कहना है।
मेरे द्वारा 23/07/2023 शिकायत की गई थी जिस मे हक व हिस्से को नुकसान पहुंचाते हुए हड़पने की दुष्नियत से षड्यंत्र कर बिना बंटवारे के कृषि भूमि खरीने पर अवैध कॉलोनी निर्मित कर भू-खण्ड विक्रय करने वालो के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की मांग की गई थी। इसमें कलेक्टर महोदय द्वारा अनावेदकगणों पर उचित कार्यवाही कर एफ.ई.आर दर्ज करने का आदेश दिया गया था जिसका आज तक कार्रवाई नहीं की गई। मेरे द्वारा फिर कलेक्टर महोदय को फिर शिकायत कर अवगत कराया जाएगा। आदेश होने के बाद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।ना ही एफ.ई.आर दर्ज की गई ना ही थाने पर शिकायत की गई।
4 माह बीत जाने पर भी नही हुआ कारवाही
जावद एस डी एम द्वारा जनपद सीईओ आकाश धारवे को यह आदेश दिया गया था जिसमें 9 दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करनी थी आज 4 माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई पुरे मामले को अधिकारी द्वारा गोल मटोल किया जा रहा है।
इन का कहना है!
जावद तेहसील (डिप्टी कलेक्टर ) मयूरी जोक से जब इस मामले में चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि आदेश का पालन करना संबंधित अधिकारियों का दायित्व होता है जनपद क्षेत्र में हो तो जनपद अधिकारी का दायित्व होता है राजस्व में हो तो राजस्व अधिकारी का दायित्व होता है मेरे संज्ञान में यह मामला अभी तक नहीं आया है यह मेरे समय का मामला नहीं है। पर उच्च अधिकारी द्वारा प्रीति संघवी एसडीएम मैडम को इस मामले को बताया जायेगा। वह किस कारण से एफ.आई.आर नहीं हुई है या किसी कारण से आदेश का पालन नहीं हुआ है। यह भी देखा जायेगा।
इन पर दिये एफ आई आर के आदेश।
विजय कुमार पिता हेमनारायण शर्मा निवासी जावद, महेंद्र सिंह पिता यशवंत सिंह राजपूत निवासी जावद, सूचित सोनी नगर परिषद उपाध्यक्ष पिता रमेशचन्द्र सोनी निवासी जावद, पराग पिता भगवानदास पलोड जावद, अभिषेक (भारद्वाज पत्रकार) पिता अशोक शर्मा निवासी जावद, दिनेश कुमार पिता डाडमदास बैरागी निवासी बवाल,रितेश पिता सुंदरलाल गर्ग जावद, जया कुमारी पति कैलाश चंद्र लोहार निवासी जावद, सवैन्द्रसिंह पिता जितेन्द्रसिंह राजपूत ।
वही पुरे मामले मे हल्का पटवारी लोकेंद्र श्रीवास्तव की लापरवाही देखी जा रही है जिसमें एक ही मामले में दो अलग-अलग प्रतिवेदन दिए गए हैं जिसकी संपूर्ण जानकारी पटवारी के पास होने के बाद भी उच्च अधिकारियों को गुमराह करता दिखाई दे रहा है। अब देखना यह है कि अवैध कॉलोनी को लेकर जहां सी एम मोहन यादव के सख्त निर्देश है वही नीमच के कलेक्टर हिमांशु चंद्र भी अवैध कॉलोनी के ऊपर सख्त दिखाई देते है। क्या उच्च अधिकारियों द्वारा दोषियों के ऊपर एफ आई आर कर कार्यवाही होती है! या राजनेता के आगे बोने साबित होगे अभिकारी!
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